परशुराम जी की आरती लिरिक्स हिंदी में।
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परशुराम जी की आरती लिरिक्स हिंदी में।

परशुराम जी की आरती लिरिक्स हिंदी में। – Parshuram ji ki aarti lyrics Hindi me, Parshuram aarti lyrics in Hindi.

परशुराम भगवान को भगवान शंकर का ही रूप माना जाता है परशुराम जी की कहानी बहुत ही अद्भुत है वह एक ब्राह्मण के साथ क्षत्रिय भी थे।

इन्होंने कई ऐसे युद्ध लड़े और उन युद्ध को जीत का यह साबित भी कर दिया कि एक ब्राह्मण क्षत्रिय के सारे कर्मों को कर सकता है।

आज हम परशुराम जी की आरती की हिंदी रिलिक्स आपके लिए लेकर आए हैं जिस के उपयोग से आप भी भगवान परशुराम का अनुसरण कर सकते हैं।

और आने वाले शत्रु और षड्यंत्र से बच भी सकते हैं इसीलिए हमें भगवान परशुराम जी की आरती अवश्य करनी चाहिए।

परशुराम जी की आरती लिरिक्स।

ओउम जय परशुधारी, स्वामी जय परशुधारी।
सुर नर मुनिजन सेवत, श्रीपति अवतारी।। ओउम जय।।

जमदग्नी सुत नरसिंह, मां रेणुका जाया।
मार्तण्ड भृगु वंशज, त्रिभुवन यश छाया।। ओउम जय।।

कांधे सूत्र जनेऊ, गल रुद्राक्ष माला।
चरण खड़ाऊँ शोभे, तिलक त्रिपुण्ड भाला।। ओउम जय।।

ताम्र श्याम घन केशा, शीश जटा बांधी।
सुजन हेतु ऋतु मधुमय, दुष्ट दलन आंधी।। ओउम जय।।

मुख रवि तेज विराजत, रक्त वर्ण नैना।
दीन-हीन गो विप्रन, रक्षक दिन रैना।। ओउम जय।।

कर शोभित बर परशु, निगमागम ज्ञाता।
कंध चार-शर वैष्णव, ब्राह्मण कुल त्राता।। ओउम जय।।

माता पिता तुम स्वामी, मीत सखा मेरे।
मेरी बिरत संभारो, द्वार पड़ा मैं तेरे।। ओउम जय।।

अजर-अमर श्री परशुराम की, आरती जो गावे।
पूर्णेन्दु शिव साखि, सुख सम्पति पावे।। ओउम जय।।

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