स्कंद माता की आरती लिरिक्स हिंदी में।
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स्कंद माता की आरती लिरिक्स हिंदी में।

स्कंद माता की आरती लिरिक्स हिंदी में। – Skand mata ki aarti lyrics Hindi me, Skand mata aarti lyrics.

भगवान कार्तिकेय की मां गौरी अर्थात पार्वती माता का ही रूप स्कंदमाता भी है स्कंदमाता की पूजा अर्चना कई कारणों से की जाती है आज हम स्कंदमाता की आरती के लिरिक्स हिंदी में लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप भी स्कंदमाता की पूजा कर सकते हैं आपको बता दें।

यदि आप उनकी पूजा करते हैं तो आप के जीवन से नारात्मक चीजें दूर हो जाती हैं यदि आप उदास रहते हैं और आपके जीवन में खुशियां जा चुकी हैं और आप को ऐसा लग रहा है कि आप सब कुछ आ चुके हैं।

तो ऐसे में आपको स्कंदमाता की पूजा अर्चना अवश्य करनी चाहिए क्योंकि यदि आप इनकी स्तुति करते हैं तो आने वाले समय में आपके जीवन में नए-नए मार्ग और नई नई प्रकार की खुशियां आती रहती हैं यह देवी बहुत ही शक्तिशाली है इसलिए जब भी आप उनकी पूजा करें तो सच्चे मन से करें।

स्कंद माता की आरती लिरिक्स

जय तेरी हो स्कंद माता।
पांचवां नाम तुम्हारा आता॥

सबके मन की जानन हारी।
जग जननी सबकी महतारी॥

तेरी जोत जलाता रहू मैं।
हरदम तुझे ध्याता रहू मै॥

कई नामों से तुझे पुकारा।
मुझे एक है तेरा सहारा॥

कही पहाडो पर है डेरा।
कई शहरों में तेरा बसेरा॥

हर मंदिर में तेरे नजारे।
गुण गाए तेरे भक्त प्यारे॥

भक्ति अपनी मुझे दिला दो।
शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो॥

इंद्र आदि देवता मिल सारे।
करे पुकार तुम्हारे द्वारे॥

दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए।
तू ही खंडा हाथ उठाए॥

दासों को सदा बचाने आयी।
भक्त की आस पुजाने आयी॥

जय स्कन्द माता आरती लिरिक्स हिंदी में।

जय स्कन्द माता ,
ॐ जय स्कन्द माता ।
शक्ति भक्ति प्रदायिनी,
सब सुख की दाता ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

कार्तिकेय की हो माता ,
शंभू की शक्ति ।
भक्तजनों को मैया,
देना निज भक्ति ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

चार भुजा अति सोहे ,
गोदी में स्कन्द ।
द्या करो जगजननी,
बालक हम मतिमन्द ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

शुभ्र वर्ण अति पावन ,
सबका मन मोहे ।
होता प्रिय माँ तुमको,
जो पूजे तोहे ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

स्वाहा स्वधा ब्रह्माणी ,
राधा रुद्राणी ।
लक्ष्मी शारदे काली,
कमला कल्याणी ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

काम क्रोध मद ,
मैया जगजननी हरना ।
विषय विकारी तन मन,
को पावन करना ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

नवदुर्गो में पंचम ,
मैया स्वरूप तेरा ।
पाँचवे नवरात्रे को,
होता पूजन तेरा ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

तू शिव धाम निवासिनी,
महाविलासिनी तू ।
तू शमशान विहारिणी,
ताण्डव लासिनी तू ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

हम अति दीन दुखी माँ,
कष्टों ने घेरे ।
अपना जान द्या कर,
बालक हैं तेरे ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

स्कन्द माता जी की आरती,
जो कोई गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी,
मनवांछित फल पावे ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

श्री दुर्गा स्तुति लिरिक्स

जय स्कन्द माता ,
ॐ जय स्कन्द माता ।
शक्ति भक्ति प्रदायिनी,
सब सुख की दाता ।।

ॐ जय स्कन्द माता ।।

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