विश्वकर्मा भगवान की आरती लिरिक्स हिंदी में।
Blog

विश्वकर्मा भगवान की आरती लिरिक्स हिंदी में।

विश्वकर्मा भगवान की आरती लिरिक्स हिंदी में। – Vishwakarma Bhagwan ki aarti lyrics Hindi me, God Vishwakarma aarti in Hindi.

विश्वकर्मा भगवान निर्माण और सृजन के देवता के रूप में जाने जाते हैं रावण की सोने की लंका विश्वकर्मा भगवान ने ही बनाई थी जब कभी हम कोई निर्माण का कार्य शुरू करते हैं तो हमें विश्वकर्मा भगवान की पूजा अवश्य करनी चाहिए।

इसी वजह से आज हम विश्वकर्मा भगवान की आरती की लिरिक्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा अर्चना आसानी से कर सकते हैं और लोहे के व्यापारी विश्वकर्मा भगवान की पूजा अवश्य करते हैं।

ऐसा करने से उनके व्यापार में कभी भी घाटा नहीं होता है तो यदि आप भी लोहे से संबंधित किसी भी तरह का कार्य करते हैं तो भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा जरूर करें।

विश्वकर्मा भगवान की आरती लिरिक्स।

ओम् जय श्री विश्वकर्मा ,
प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
सकल सृष्टि के कर्ता ,
रक्षक श्रुति धर्मा ।

आदि सृष्टि में विधि को ,
श्रुति उपदेश दिया ।
जीव मात्र का जग में ,
ज्ञान विकास किया ।
ओम् जय श्री ….

ऋषि अंगिरा तप से ,
शान्ति नहीं पाई ।
ध्यान किया जब प्रभु का ,
सकल सिद्धि आई ।।
ओम् जय श्री ….

रोग ग्रस्त राजा ने ,
जब आश्रय लीना ।
संकट मोचन बनकर ,
दूर दुःख कीना ।
ओम् जय श्री ….

जब रथकार दम्पत्ति ,
तुम्हरी टेर करी ।
सुनकर दीन प्रार्थना ,
विपत्ति हरी सगरी ।।
ओम् जय श्री ….

एकानन चतुरानन ,
पंचानन राजे ।
द्विभुज चतुर्भुज दसभुज ,
सकल रूप साजे ॥
ओम् जय श्री ….

ध्यान धरे तब पद का ,
सकल सिद्धि आवे ।
मन दुविधा मिट जावे ,
अटल शान्ति पावे ।।
ओम् जय श्री ….

श्री विश्वकर्मा जी की आरती ,
जो कोई नर गावे ।
भक्त गजानन स्वामी ,
सुख संपत्ति पावे ॥
ओम् जय श्री ….

Related.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *