धोखे की विश्वासघात शायरी हिंदी में।
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धोखे की विश्वासघात शायरी हिंदी में।

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हम सभी कभी ना कभी किसी पर इतना भरोसा कर लेते हैं की उसकी हर एक बात को हम आसानी से मान जाते हैं लेकिन यही विश्वास आगे चलकर विश्वासघात भी बन जाता है ऐसा कई लोगों के साथ अवश्य हुआ होगा आज हम उन्हीं लोगों के लिए विश्वासघात पर शायरी लेकर आएं यह सभी शायरी धोखे से संबंधित हैं तो यदि आपने भी प्यार में धोखा खाया है या दोस्ती में धोखा खाया है तो इन शायरियों को अवश्य पढ़ें यह सभी शायरी पढ़ने के बाद आप भी इस दुनिया के लोगों को और उनकी सच्चाई यों को अच्छे से जान पाएंगे।

धोखे की विश्वासघात शायरी

विश्वासघात हो जाये एक बार जिसके साथ,
उसका विश्र्वास पर से विश्वास उठ जाता है,,
जहा विश्वास होता है वही विश्वासघात भी।

वहाँ विश्वास होता है जहाँ आस होती है,
विश्वास होता है वही तो विश्वासघात होता है।

विश्वासघात करने वाला बेवकूफ होता है,
विश्वास करने वालो से ज्यादा।
क्योकि वह अपने छोटे से स्वार्थ के लिए,
एक प्यारे इंसान को खो देता है।

वो लोग जहर से भी ज्यादा जहरीले होते है,
जो अपना घर विश्वासघात करके छोड़ देते है।

उसको याद कर हमारी आँखें,
क्यों हो जाती है नम।
जिसने हमारा भरोसा तोड़ा,
और उसे बिल्कुल नहीं गम।

प्यार में विश्वासघात शायरी

बीच रास्ते में छोड़ गयी हो,
रिश्ता हमसे तोड़ गयी हो।
विश्वासघात करके क्यों,
मुझसे मुँह मोड़ गयी हो।

यकीन था हमे उन पर,
तोड़ दिया उन्होंने भरोसा हँस कर।
उन्होंने सोचा भी नहीं,
क्या गुजरेगी इस दिल पर।

दिल तोड़ देना हमारी आदत नहीं,
दिल हम किसी का दुखाते नहीं।
विश्वास रखना मेरी वफा पे,
दिल में बसाकर हम किसी को भुलाते नहीं।

विश्वास में जब विष मिल जाता है,
रिश्ता कितना भी मजबूत हो टूट जाता है।

नसीब से ज्यादा भरोसा किया तुम पर,
नसीब इतना नहीं बदला जितना तुम बदल गये।

Dhokhe ki Vishwas Ghat shayari

जो खास हो उसी पर विश्वास होता है,
तोड़ना मत, दिल में दर्द का एहसास होता है।

हम वो नही जो तुम्है गम में छोड़ देंगे,
हम वो नही जो तुजसे नाता तोड़ देंगे।
हम वो है जो तुम्हारी साँसे रुके तो,
अपनी साँसे छोड़ देंगे।

करोगे फरियाद गुजरे ज़माने को तरसोगे,
हम साथ फक पल बिठाने को।
फिरआवाज़ दोगे हमें आने को हम कहैगे,
दरवाजा नहीं है कब्र से बाहर आने को।

ऐ जालिम बेवफा पानी में पत्थर मत फेक उस पानी को भी कोई पीता है,
ऐ बेवफा इस दिल को मत तोड़ इस दिल में भी कोई रहता है।

दर्द मेरे दिल का कोई भी ना जाने ना कोई मेरी वफ़ा पहचाने,
जिसका सहारा बना था कभी मै वो ही लगे दिल को दुखाने।

ना डालो मेरे मुह पे कफ़न मुझे आदत है मुस्कुराने की,
मत दफनाओ मेरी लाश को क्योंकी मुझे उम्मीद है उनके आने की।

pyar mein Vishwasghat shayari

कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है,
जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है।
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है,
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है।

हम करते थे सिर्फ इश्क़ तुम्हैं,
तुम क्यों विश्वासघात कर गए।
हमारे में क्या कमी रही,
जो जाकर गैरों पर मर गए।

मैं तुमसे इतना प्यार करता हूँ,
तुझपर बहुत एतबार करता हूँ।
मैं तेरे साथ साया बन चलता हूँ,
मैं ना विश्वासघात करता हूँ।

तूने मेरा सब कुछ ले लिया,
क्योकि मेने तुज पे विश्वास किया था।
मुझको अब क्या लुटेंगा ज़माना,
जब तूने ही मुझको लूट लिया था।

हर एक सांस पर तेरा नाम लिए जा रहै है,
हर चहरे में तेरा चहरा देखे जा रहै।
है, तुम्हारे तसव्वुर में इस कदर बैठे है,
अंदाजा भी नहीं होगा कितने जाम पिए जा रहै है।

विश्वास टूटने पर शायरी

तुम्हारे साथ जीने की तमन्ना रह गई,
बाकी क्या हुआ जो इस बार झोली रह।
गई खाली माँग लेंगे खुदा से हर जन्म के,
लिए फिर ना रहैगी कोई ख़्वाहिश बाकी।

तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे है,
तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है।
तू एक नज़र हम को देख ले,
इस आस मे कब से बेकरार बैठे है।

आँसू भी थोड़ा ठहर कर सोचते है,
हम तन्हाई मे ही क्यूँ निकलते है।
दर्द-ऐ-हाल तो दिल का बयान करते है,
फिर हम क्यूँ छुप छुप कर रोते है।

मोहब्बत ही नहीं देती इम्तहान जिंदगी में,
ये बदनसीबी तो चाँद तारों के साथ।
भी होती है,मोहब्बत ही बेआबरू नहीं होती,
जग में ग्रहण की छाया तो तारों पर भी होती है।

क्या बात क्यों नज़रे चुराए जा रहै हो,
विश्वास तोड़ किसके पास से आ रहै हो।

दोस्ती में वो हमसे विश्वासघात कर गया,
हमारा यार ही हमारे साथ यार मार कर गया।

प्यार में धोखा खाने पर शायरी

तुम चलो हमारे साथ,
हम तेरे हाथ थाम चलते हैं।
हम खुद से भी ज्यादा,
तुम पर एतबार करते हैं।

तुम मेरी ज़िंदगी में आयी मैंने सबको ठुकरा दिया,
तूने तो विश्वासघात कर मुझे ही तड़पा दिया।

विश्वास में उसने धोखा कर विष मिलाया था,
हमारे भरोसे को तोड़ उसने हमें ठुकराया था।

वो बात क्या करें जिसकी कोई खबर ना हो,
वो दुआ क्या करें जिसका कोई असर ना हो।
कैसे कह दे कि लग जाय हमारी उमर आपको,
क्या पता अगले पल हमारी उमर ना हो।

हर कदम हर पल हम आपके साथ है,
भले ही आपसे दूर सही, लेकिन आपके पास हैं।
जिंदगी में हम कभी आपके हो या न हों,
लेकिन हमे आपकी कमी का हर पल एहसास हैं।

मरना भी मुश्किल है जिस शख्श के वगैर,
उस शख्स ने ख्वाबों में भी आना छोड़ दिया​।

Vishwas tutne per shayari

तेरी दोस्ती ने दिया शकुन इतना की,
तेरे बाद कोई अच्छा भी न लगे।
तुझे करनी है बेवफाई तो इस क़दर करना की,
तेरे बाद कोई बेवफा भी न लगे।

दिल को इस बात पर ना ऐतबार होता है,
के वो बेवफा थी जिस पर इतना विश्वास था।

टूट जाता है अंदर से इंसान,
कोई जब विश्वास दिला कर,,
विश्वासघात कर जाता है।

धोखा दिया था जब तूने मुझे,
जिंदगी से मैं नाराज था।
सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं,
मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था।

जिसको भी चाहा हमने,
उसने भी हमें ठुकरा दिया।
उसने विश्वासघात कर हमसे,
गैरों का दामन थाम लिया।

आँखों से दूर दिल के करीब था,
मैं उसका और वो मेरा नसीब था।
न कभी मिला न जुड़ा हुआ,
हमारा रिश्ता भी कितना अजीब था।

pyar mein Dhokha khane per shayari.

जिसने विश्वासघात किया गलत वो नहीं थे,
गलत तो हम थे जिसपे विश्वास किया।

दो तरह के लोगो को सबसे ज्यादा डर होता है,
विश्वासघात का एक जो धोखा खा चुके है,,
उनको और दूसरा वो जो खुद धोखेबाज होते है।

हमेशा याद रखना जिंदगी का एक असूल,
पहचान सबसे रखना मगर,,
विश्वास सिर्फ खुद पे करना।

कोई तो मिले ए खुदा ऐतबार के काबिल,
अब तो दोस्त भी विश्वासघात करते है प्यार के खातिर।

असली ख़ुशी आपको तभी ही मिलेंगी जीवन में,
जब आप गैरो से ज्यादा खुद पर विश्वास करने लगेंगे।

अभी सूरज नहीं दोबा ज़रा शाम होने दो,
में खुद लौट जओंग्गा मुझे नाकाम तो होने दो।
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढ़ता है,
ज़माना में खुद हूँ जाऊंगा बदनाम पहैले मेरा नाम तो हुने दो।

गुमनामी का अँधेरा कुछ इस तरह छा गया है,
कि दास्ताँ बन के जीना भी हमें रास आ गया है।

प्यार में विश्वासघात करने पर शायरी।

जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये।
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये।

पल पल उसका साथ निभाते हम,
एक इशारे पे दुनिया छोड़ जाते हम।
समुन्द्र के बीच में पहुच कर फरेब किया,
उसने वो कहता तो किनारे पर ही डूब जाते हम।

गुनाह करके सज़ा से डरते हैं,
जहर पी के दवा से डरते हैं।
दुश्मनों के सितम का खौफ नहीं,
हम तो दोस्तों की वफ़ा से डरते हैं।

मैंने ख़ुदा से एक छोटी सी दुआ मांगी,
दुआ में उससे अपनी मौत मांगी।
ख़ुदा ने कहा बेशक मैं तुझे मौत दे दूं,
पर उसे क्या दूं जिसने तेरी लंबी उमर की दुआ मांगी।

कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको।
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,
दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको।

Pyaar mein Vishwasghat karne par shayari.

बीच सफर में अकेला छोड़ जाते हैं,
ये रिश्ते विश्वासघात कर,,
यूँही विश्वास तोड़ जातें है।

ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक।
हैं, वफ़ा की उम्मीद जिन्हैं होगी उन्हैं होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं।

व्यव्हार बनाने से अच्छा है झूठ और दिखावे से,
सच बोलकर दुश्मन बना लो,,
आपके साथ कभी विश्वासघात नहीं होंगा।

दिल को समझाने में लंबा वक़्त लगता है,
पल भर में तोड़ जाते हैं लोग विश्वासघात कर।

भरोसे को कुछ लोग पल में तोड़ जाते हैं,
गहरे रिश्ते भी विश्वासघात कर छोड़ जाते हैं।

उनकी कमी से दिल मेरा उदास है,
पर मुझे तो आज भी उनके मिलने की आस है।
ज़ख़्म नही पर दर्द का एहसास है,
ऐसा लगता है दिल का एक टुकड़ा आज भी उनके पास है।

पहले ज़िंदगी छीन ली मुझसे,
अब वो मेरी मौत का भी फ़ायदा उठाती है।
मेरी क़बर पे फूल चढाने के बहाने,
वो किसी और से मिलने आती है।

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